किसी की चाहत पर हमे अब एतवार न रहा, अब किसी भी ख़ुशी का हमे एहसास न रहा.. इन आँखों ने सपनो को टूटते देखा है, इसलिए अब जिंदगी में किसी का इंतज़ार न रहा..!!
समझता ही नहीं वो शख्स , अल्फाजों की गहराई.. मैंने हर वो लफ्ज कह दिया, जिसमें मोहब्बत हो..!!
तुमसे मोहब्बत करने की.. सजा और क्या होगी, तेरे बिना जिंदा हूं मैं अब तक.. इससे ज्यादा सजाऔर क्या होगी..!!
हमने अपनी बर्बादी का रास्ता खुद चुन लिया, किसी पत्थर के हवाले अपना दिल कर दिया, अब जाकर पता चला ये मोहब्बत क्या चीज है, उनकी ख़ुशी के लिए हमने अपनों का दिल तोड़ दिया।
गुजर गया वो वक्त .. जब तेरी हसरत थी मुझको, अब तू खुदा भी बन जाए . तो तेरा सजदा न करू ..!!
जब मिलो किसी से.. तो जरा दूर का रिश्ता रखना, बहुत तड़पाते हैं अक्सर.. सीने से लगाने वाले..!!